हल्द्वानी। असंवैधानिक कानून सीएए रद्द करने, रेल, तेल, तमाम सरकारी कंपनियों को अंबानियों, अडानियों के हाथों बेचना बंद करने समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर डाॅ उमेश चन्दोला ने बुधवार से बुद्ध पार्क में पांच दिवसीय धरना शुरू कर दिया है।
डाॅ चंदोला ने बुद्ध पार्क में धरने के माध्यम से पिछले साल रेलवे के तीस हजार पदों के लिए 1 करोड़ बेरोजगारों से 500 करोड़ रूपये लूटने की अदालती जांच करने, पुलिस के हथियार लेकर गार्गी काॅलेज, दिल्ली विवि की छात्राओं को आत्मरक्षार्थ उपलब्ध कराने, 18 जुलाई 2012 को मारूति गुड़गांव में मैनेजर की हत्या की सुप्रीमकोर्ट द्वारा जांच कराने व वर्ग युद्ध के कैदी मारूति मजदूरों को जेल भेजने वाले जज को बर्खास्त करने, उत्तराखंड की भोजनमाताओं का मानदेय दो हजार से दस हजार प्रतिमाह करने, उत्तराखंड के उपनल कर्मियों को हाईकोर्ट के आदेशानुसार नियमित करने, ढ़ाई लाख किसानों की हत्या/आत्महत्या हेतु तीस साल पुरानी सारी सरकारों के मुख्यमंत्री, कृषि मंत्रियों, प्रधानमंत्रियों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा हत्या का केस दर्ज करने व सिडकुल के तमाम मजदूरों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन 25 हजार प्रतिमाह देने की मांग उठाई। साथ ही उन्होंने वर्गचेतन, मेहनतकशों से अपील की है कि वह जाति, धर्म, क्षेत्र की नकली दीवारों को गिराकर अपराधियों से भरी संसदों, विधान सभाओं को जनता के मुद्दों रोटी, कपड़ा, स्वास्थ्य, मकान व शिक्षा पर बात करने के लिए विवश करने के लिए मजबूर करें।