योजना नहीं बल्कि खुद के खर्च पर रोशन किया गांव।
हल्द्वानी। यदि मन में कुछ कर गुजरने की दृढ़ इच्छाशक्ति घर कर जाये तो कुछ भी असंभव नहीं होता। ऐसी ही मिसाल पेश कर रही हैं ग्रामसभा पन्याली कटघरिया की ग्राम प्रधान कुमारी रागिनी आर्या। ग्रामसभा की समस्याओ को देखते हुए उन्होंने चुनाव मैदान में उतरने का मन बनाया तो लोगों ने भी उन पर भरोसा जताते हुए विजयी बना दिया। इस जीत के साथ ही वह देश की सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान भी बनी।
चुनाव जीतने के बाद अब रागिनी ने अपने वायदों पर खरा उतरना शुरू कर दिया है। वह प्रमुख समस्याओं का समाधान करना प्राथमिक समझ रही हैं। जिसके चलते उन्होंने ग्रामसभा की लम्बे समय से चली आ रही विद्युत समस्या का समाधान पहले करना सुनिश्चित किया है। जिसके क्रम में उन्होंने सावर्जनिक स्थानों को विद्युत रोशनी से जगमगाना शुरू कर दिया है। इसके लिए उन्होंने ग्रामसभा के मुख्य मार्गों में 22 स्थानों पर सार्वजनिक लाइटों को लगाया है।
यह लाइटें किसी योजना के तहत नहीं बल्कि अपने खर्चे पर उन्होंने खुद लवाई हुई हैं। इन लाइटों के बिलों का भुगतान भी वह स्वयं करेंगी। ग्राम प्रधान रागिनी का कहना है कि ग्रामसभा की समस्याओ को वह स्वयं की समस्या मानती हैं। कहती हैं कि किसी भी जनप्रतिनिधि को लोगों की छोटी से लेकर बड़ी प्रत्येक समस्या को खुद की समझ कर उसका समाधान करना चाहिए। तभी विकास की पराकाष्ठा को साकार किया जा सकता है। रागिनी कहती हैं कि वह इसी तरह समस्याओ का समाधान आगे भी करती रहेंगी।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य नीरज तिवारी की अनेक रचनाएं स्थानीय व राष्ट्रीय समाचारपत्रों-पत्रिकाओं में छपती रही हैं
Itni choti ummer m bhaut naam banaya aap ne 🙏
True!
Very good esi tarah ki soch agar sabhi rakhe to yah desh me koi samasya hi nhi bachegi.. Jay ho kash ese hi sabhi pradhan apna kary kare
She is really an inspiration to all of us!
Very good…. keep it up 👌