हल्द्वानी। मांगों को लेकर बीते 15 दिनों से जनरल-ओबीसी कर्मचारियों के हड़ताल पर रहने से विभागीय कामकाज ठप हो गए हैं। विभागों में काम न होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पदोन्नति में आरक्षण के विरोध में चल रही हड़ताल के तहत 15वें दिन जनरल-ओबीसी कर्मचारी लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में एकत्र हुए। इस आंदोलन को वरिष्ठ नागरिक जनकल्याण समिति के अलावा कई क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने अपना समर्थन दिया। इस दौरान आयोजित सभा में वक्ताओं ने सरकार के अनीतिपूर्ण एवं कर्मचारी विरोधी रवैये की निंदा की। कहा कि सरकार कर्मचारियों के हितों को नजरंदाज करने का कार्य कर रही है। जिसके चलते कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। कर्मचारी बीते 15 दिनों से आंदोलनरत हैं। लेकिन सरकार इस दिशा में कोई सकारात्मक कदम उठाती नहीं दिख रही है। कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के कर्मचारियों को हठधर्मी बताने के बयान पर भी रोष जताया। कहा कि सरकार को हठधर्मिता छोड़कर कर्मचारियों की न्यायपूर्ण मांग को मानकर बड़प्पन दिखाना चाहिए, न कि अनर्गल बयानबाजी करनी चाहिए। इस दौरान निर्णय लिया गया कि आगामी 17 मार्च को कर्मचारी अपने परिवारों के साथ धरनास्थल पर पहुंचेंगे। कहा कि सरकार चाहे कितनी भी दमनकारी नीतियां अपना ले, कर्मचारी उच्चतम न्यायालय के आदेशों का पालन होने तक पीछे नहीं हटेंगे। सभा की अध्यक्षता राजेंद्र नगरकोटी व संचालन अजीत सचान ने किया। इस दौरान पीसी जोशी, विनोद भट्ट, नीता दीक्षित, सीमा रावत, पूनम कांडपाल, उमा रावत, तारा सती, जया जोशी, नरेंद्र साह, प्रेमा जोशी, आनंद सिंह ठठोला, भुवन भाष्कर पांडे, भुवन सिंह बिष्ट, योगेश जोशी, प्रकाश तिवारी, पूरन चन्द्र पांडे, जेएस बिष्ट, नीरज तिवारी, देव सिंह बिष्ट, मोहन नाथ गोस्वामी, चन्दन बिष्ट, मुकेश जोशी, दिनेश तिवारी, रविन्द्र फत्र्याल, डीके पंत, एनके गोयल आदि मौजूद रहे।
जनरल-ओबीसी कर्मचारियों की हड़ताल से कामकाज ठप
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