ऋषिकेश। विश्व प्रसिद्ध धाम श्री बदरीनाथ के कपाट खुलने की तिथि आज बसंत पंचमी के धार्मिक पर्व पर नरेंद्र नगर स्थित टिहरी राज दरबार में निश्चित की जाएगी। इससे पूर्व भगवान बदरी विशाल का तेल कलश गाडू घड़ा जोशीमठ स्थित नृसिंह मंदिर से पूजा अर्चना के बाद पांडुकेश्वर स्थित योग ध्यान बद्री मंदिर व डिम्मर स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर से प्रस्थान होकर देर सायं ऋषिकेश पहुंच गया है । आज बसंत पंचमी के धार्मिक पर्व पर श्री बदरीनाथ धाम के पुजारी समुदाय डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधियों द्वारा बद्री विशाल का तेल कलश टेहरी राज दरबार के सुपुर्द कर दिया जाएगा। वसंतोत्सव पर टेहरी राज दरबार में राजा के द्वारा कपाट खुलने की तिथि के साथ ही भगवान बद्री विशाल की अभिषेक पूजा में प्रयुक्त होने के लिए तिलों के तेल पिरोने की भी तिथि निश्चित की जाएगी। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल व मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने कपाट खुलने को लेकर तमाम व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए अभी से रूपरेखा बनानी शुरू कर दी है। हालांकि चंद दिनों के भीतर देवस्थानम बोर्ड की अधिसूचना उत्तराखंड सरकार के द्वारा जारी होने की प्रबल संभावना है।
दूसरी ओर श्री केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि महाशिवरात्रि के धार्मिक पर्व पर निश्चित होगी । जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट वैशाख मास की अक्षय तृतीया को परंपरा के अनुसार खोले जाते हैं।
कल घोषित होगी बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि
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