खबर शेयर करें
उत्तरकाशी/देहरादून। बैसाखी के पावन पर्व पर तय मुहूर्त के अनुसार मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव स्थित उनके भाई शनि महाराज के मंदिर के कपाट विधि विधान के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए।
लॉकडाउन के चलते सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुए पूजा-अर्चना के साथ कपाट आज प्रातः साढ़े पांच बजे खोले गए। दोपहर में समेश्वर देवता शनिदेव की डोली ने मंदिर परिसर में आकर खुशहाली-समृद्धि का आर्शीवाद दिया। गांव खरसाली में मां यमुना के भाई शनि महाराज का पांच मंजिला प्राचीन मंदिर है। ग्रामीण शनि महाराज को समेश्वर देवता के नाम से पुकारते हैं। हर वर्ष शीतकाल में मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं, जो बैसाखी के पावन पर्व पर खोले जाते हैं।