हल्द्वानी। भीम फोर्स कार्यकर्ताओं ने दलित/मुस्लिम उत्पीड़न के विरोध में बुद्घ पार्क में धरना देकर एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा।
इस दौरान भीम फोर्स के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष गौतम ने कहा कि संविधान रचयिता डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा जो संविधान बनाया गया था, उसके हिसाब से इस देश को नहीं चलाया जा रहा है। संविधान में धर्मनिरपेक्ष और समतामूलक समाज बनाने का उद्देश्य दिया गया है। आज हमारे देश में जो संविधान विरोधी ताक़तें हैं और कुछ लोग संविधान के विरुद्ध कार्य करने वाले हैं, वह संविधान के ढ़ांचे को बदलना चाहते हैं। साथ ही केंद्र सरकार इस देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए हर तरीके अपना रही है। सरकार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के अनुसार इस देश में दलित/अल्पसब्ख्यक आदिवासी और बाहर से आये लोगों के लिए एनआरसी के तहत इस देश में क़ानून लाना चाहती है, जिसके अंतर्गत सबसे ज़्यादा नुकसान अल्पसंख्यक, दलित और आदिवासी लोगों के लिए होगा। आये दिन दलितों पर अत्याचार और उनकी माता-बहनों के साथ बलात्कार जैसी घटनाएं भारत देश के अंदर बढ़ती जा रही हैं। देश मे यदि इन अपराधियों से और संविधान के विरुद्ध काम करने वाली सरकार से बचना है तो अल्पसंख्यक और दलित समाज के लोगों को एक साथ होकर संविधान बचाने की सख्त जरूरत है।
धरने को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सिराज अहमद ने कहा कि सदियों से दलित समाज के ऊपर बेइंतहा ज़ुल्म होता चला आ रहा है। बलात्कार व अमानवीय घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश की वीभत्स घटनाएं यह बता रही हैं कि यह सब सुनियोजित साजिश के तहत ब्राह्मणवादी ताक़तों द्वारा किया जा रहा है और दलित/ मुस्लिम समाज को लगातार हतोत्साहित किया जा रहा है, यदि अब भी दलित/मुस्लिम समाज एक नही हुआ तो आने वाला समय बहुत ही भयानक होगा, अब अम्बेडकरवादी संघटनों द्वारा इन ताक़तों का मुकाबला सड़कों पर उतर कर ही किया जायेगा।
महानगर अध्यक्ष नफ़ीस अहमद खान ने कहा कि भीम फोर्स का मूल उद्देश्य दलित/अल्पसंख्यको को संविधान के अनुसार मूलभूत सुविधाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास करना है। दलितों की विडंबना यह है कि देश की आज़ादी से आज तक समाज में बराबरी के लिए संघर्ष कर रहा है, जब हम भारतीय समाज की प्रवृत्ति और उसकी दशा का विश्लेषण करते हैं तो एक तरफ यह पाते हैं कि संसाधनों और सत्ता पर ब्राह्मणवादियों का अधिकार है जो लगातार दलित/मुस्लिम समाज का उत्पीड़न कर रहे है। इस दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष गौतम, प्रदेश अध्यक्ष सिराज अहमद, नगर अध्यक्ष नफ़ीस अहमद खान, पार्षद शकील अंसारी, अरबाज़ खान, शाहनवाज़ मलिक, कृष्णा कुमार, मोहम्मद रफीक, मनीष गुणवंत, तस्लीम अंसारी आदि मौजूद थे।